उपेंद्र यादव:नाम, जन्म तिथि, जन्म स्थान, पेशा, पत्नी, बच्चे, कमाई।
उपेंद्र यादव
उपेंद्र यादव एक भारतीय प्रथम श्रेणी के क्रिकेटर हैं जो उत्तर प्रदेश के लिए खेलते हैं। उन्होंने 29 नवंबर 2016 को रणजी ट्रॉफी 2016-17 में उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। उन्होंने 5 फरवरी 2018 को विजय हजारे ट्रॉफी 2017-18 में उत्तर प्रदेश के लिए अपनी लिस्ट ए की शुरुआत की।
नाम उपेंद्र देवनसिंह यादव
जन्म ८ अक्टूबर १९९६
जन्म स्थान कानपुर, उत्तरप्रदेश, भारत
पिता दिवान सिंह यादव
बल्लेबाजी की शैली दाएं हाथ से बल्लेबाजी
गेंदबाजी की शैली दाएं हाथ
भूमिका बल्लेबाज
2017 में रणजी ट्रॉफ़ी में पदार्पण करने से 2020 सीज़न तक यूपी के लिए खेलते हुए यादव ने 23 मैचों में 48.90 की औसत से 1027 रन बनाए, जिसमें चार शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। उनका सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर 203 रन नाबाद रहा जो उन्होंने 2020 सीज़न में मुंबई के ख़िलाफ़ उनके घर पर बनाया। लिस्ट ए करियर की भी बात करें तो उनके नाम 24 मैच में 42.29 की औसत से एक शतक समेत 719 रन थे।
हर क्रिकेटर की तरह यादव का भी सपना भारत के लिए अंडर-19 विश्व कप खेलना और उसमें भारत को जीत दिलाने का था। वह बांग्लादेश में हुए अंडर-19 विश्व कप से पहले लगे कैंप का हिस्सा भी थे, लेकिन तक़दीर ने उनके सामने चुनौती रख दी थी। एक टीम में तीन विकेटकीपर भी कैसे हो सकते हैं, इसी वजह से यादव उस विश्व कप की टीम में जगह नहीं बना पाए।
कानपुर ने भारत को कई क्रिकेटर दिए हैं। एक पुलिसकर्मी के बेटे होने के नाते यादव ने पुलिस लाइंस में ही पहली बार बल्ला थामा था। तब उनके पड़ोसी विवेक पांडे ने उनके खेल को देखकर उनके पिता से उन्हें अकादमी में भेजने की बात कही थी। तब वह साउथ कानपुर अकादमी में कोच सत्य नारायण के पास पहुंचे। उसके बाद उत्तर प्रदेश क्रिकेट के बेहतरीन कोचों में से एक, और पूर्व घरेलू क्रिकेट के दिग्गज, शशिकांत खांडेकर का उन्हें कमला क्लब में साथ मिला। यहीं से उन्होंने उनके अंडर-16, अंडर-19 और रणजी ट्रॉफ़ी में पदार्पण किया।
यादव को भी आख़िरकार रेलवे में नौकरी के दबाव की वजह से यूपी का साथ छोड़ना पड़ा। रेलवे में नौकरी थी लेकिन वह संतुष्ट नहीं थे। हालांकि शायद चयनकर्ता अभी भी उनको देख रहे थे। उनके पिछले प्रदर्शन की वजह से यादव को 2021 में साउथ अफ़्रीका ए दौरे पर चुन लिया गया। यह यादव के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक थी।
रणजी ट्रॉफी को गंभीरता से नहीं लेने पर विराट कोहली और रोहित शर्मा पर निशाना।
विराट कोहली ने पिच पर अतिक्रमण करने वाले को बचाया, सुरक्षाकर्मियों को दिए निर्देश।
सुरक्षा भंग करने वाले अपने प्रशंसक की मदद के लिए आगे आए विराट कोहली।
चिली चिकन नहीं! विराट कोहली ने रणजी ट्रॉफी मैच के पहले दिन चिली पनीर और कढ़ी चावल खाया।
विराट कोहली की मौजूदगी ने DDCA को रणजी ट्रॉफी मैच के लिए बड़ा फैसला लेने पर मजबूर कर दिया।
Link: biographyblog7173.blogspot.com
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें